कृषि विज्ञान केन्द्र, ज्योलीकोट, नैनीताल (गोविन्द बल्लभ पन्त कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, पंतनगर)आर्या परियोजना के अन्तर्गत शोभाकारी मोमबत्ती बनाने का पाँच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम

ज्योलीकोट ( नैनीताल) l कृषि विज्ञान केन्द्र ज्योलीकोट द्वारा आर्या परियोजना के अन्तर्गत ग्रामीण बेरोजगार महिलाओं के लिए सिलीकॉन मोल्ड द्वारा पैराफिन मोम एवं सोया मोम का प्रयोग करके शोभाकारी मोमबत्ती बनाने का पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यकम केन्द्र की वैज्ञानिक डा० सुधा जुकारिया के मार्गदर्शन में सम्पन्न किया गया, परीक्षण के दौरान महिला प्रशिक्षाणार्थियों को प्रथम दिवस सिलीकॉन मोल्ड, पैराफिन मोम एवं सोया मोम का प्रयोग करके शोभाकारी मोमबत्ती बनाने का प्रशिक्षण दिया गया । प्रशिक्षण के दूसरे दिवस में केन्द्र पर महिलाओं द्वारा सीखने की पद्धति से स्वयं प्रयोगात्मक रूप से सजावटी मोमबत्ती बनायी गयी। डा० सुधा जुकारिया द्वारा तृतीय, चतुर्थ एवं पंचम दिवस में ग्राम गेठिया में जैल वैक्स से तैयार ग्लासकैन्डिल टीकैन्डिल, ऑरनामेन्टल कैन्डिल बनाने का प्रयोगात्मक रूप से प्रशिक्षण दिया गया ताकि महिलायें पूरे सालभर तक आयोपार्जन हेतु इसे स्वरोजगार के रूप में अपना सकें। ग्राम गेठिया में आर्या परियोजना के अन्तर्गत छोटे छोटे यूनिट खोले गये हैं, जहाँ कृषि विज्ञान केन्द्र के द्वारा उन्हें लघु उद्योग स्थापित करने हेतु विभिन्न डिजाइनर सिलिकॉन व एल्यूमिनियम मोल्ड, मोम, सूतीधागा, कलर, शाइनर स्टीयरिक एसिड, एलडी आदि निःशुल्क दिये गये हैं। रोशनी, ज्योती, उन्नति,. लक्ष्मीबाई, अग्रिमा एवं भिटौली स्वयं सहायता की महिलाओं द्वारा रोजगार के रूप में किया जा रहा है जिसमें महिलाएँ प्रति माह पचचीस से तीस हजार रुपया आयअर्जन कर रही हैं साथ ही कृषि विज्ञान केन्द्र, के माध्यम से मास्टर ट्रेनर पूजा कौटल्या एवं रक्षिता बोरा को ट्रेनर के रुप तैयार किया गया हैं जो जनपद के विभिन्न ग्रामों में मास्टर ट्रेनर के रूप में एक हजार रुपया प्रतिदिन के हिसाब से प्रशिक्षण दे रही हैं। डा. सुधा जुकारिया ने बताया मोमबत्ती बनाना रचनात्मक कार्य ही नहीं बल्कि यह एक लाभकारी स्वरोजगार का भी बहुत अच्छा विकल्प है विशेषकर महिलाओं, युवाओं और ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के लिये इस उद्योग के सफल संचालन हेतु कुछ सरकारी योजनाओं का लाभ महिलाऐं ले सकती है जिसमें प्रधानमंत्री मुद्रा योजना बिना गारंटी का लोन (पचचास हजार से दस लाख रूपये तक), स्आर्टअप इंडिया योजना,राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, एनआरलम (NRLM): एस एच जी (SHG ) प्रशिक्षण और फंडिंग, कौशल विकास मिशन आदि अनेक लाभकारी योजनासीधा स्वरोजगार से जोड़ने वाली योजना है।

Advertisement