कुमाऊं विश्वविधालय के इनोवेशन एवं इनक्यूबेशन सेल तथा विजिटिंग प्रोफेसर निदेशालय द्वारा इन रिप्लेस प्रोग्राम आई पी इ ग्लोबल लिमिटेड के सौरभ मनुजा एक्सपर्ट सॉलिड एंड प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट का प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट तथा उसकी चुनौतियों पर ऑनलाइन माध्यम से व्याख्यान किया ।
नैनीताल l कुमाऊं विश्वविधालय के इनोवेशन एवं इनक्यूबेशन सेल तथा विजिटिंग प्रोफेसर निदेशालय द्वारा इन रिप्लेस प्रोग्राम आई पी इ ग्लोबल लिमिटेड के सौरभ मनुजा एक्सपर्ट सॉलिड एंड प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट का प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट तथा उसकी चुनौतियों पर ऑनलाइन माध्यम से व्याख्यान किया । कार्य क्रम का संचालन करते हुए निदेशक विजिटिंग प्रोफेसर प्रॉफ ललित तिवारी ने कार्यक्रम की भूमिका रखी तथा सौरभ मनुजा का परिचय कराया। प्रॉफ ललित तिवारी ने कहा कि प्लास्टिक एक ऐसा पर्यावरण का विषय है जो जीवधारियों के नकारात्मक स्वास्थ तथा जलवायु परिवर्तन का कारण भी बन चुका है । निदेशक इनोवेशन एंड इनक्यूबेशन सेल प्रॉफ आशीष तिवारी नए सभी का स्वागत किया तथा कहा कि की विश्व में 414 मिलियन टन प्लास्टिक का उत्पादन हो रहा है एक्सपर्ट सौरभ मनुजा नए कहा कि प्लास्टिक उत्पादन 30 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है । प्लास्टिक की चुनौतियों को लोगो के जन सहयोग से ही दूर किया जा सकता है इसके मैनेजमेंट की कोई समुचित उपाय नहीं है करीब 1.3 मिलियन टन तथा 9.7 मिलियन टन माइक्रो एंड मैक्रोप्लास्टिक समुंदर में प्रतिवर्ष जा रहा है । एशिया पैसिफिक रीजन प्लास्टिक प्रदूषण का हॉट स्पॉट है करीब 1 मिलियन बर्डस 1लाख मछलियां इससे मृत हो जाती है । एशिया की इकॉनमी में टूरिज्म में 1.3 बिलियन डॉलर का नुकसान तथा विश्व में 1 .3 बिलियन डॉलर का पर कैपिटा नुकसान हो रहा है । विश्व में 42 प्रतिशत वो प्लास्टिक है जो लो वैल्यू प्लास्टिक है इसे दुबारा इस्तेमाल नहीं किया जा सकता ।केवल 5, प्रतिशत कूड़ा ही अलग अलग किया जाता है बाकी 92 प्रतिशत एक ही साथ डाल दिया जाता है । जल श्रोत , रोड साइड , ,ड्रेन , स्लोप सबसे ज्यादा प्रभावित स्थान है पानी के बोतल भी सर्वाधिक प्रदूषण करती है । हमे रीसाइक्लिंग को अधिक करना होगा । हम जीरो वेस्ट इवेंट करे ।मनुजा ने कहा कि नैनीताल में 25से 30टन पर डे वेस्ट जनरेट ही रहा है । उन्होंने कहा कि नैनीताल के 15 वार्ड डोर टू डोर स्कीम चली है तथा 14 व्हीकल रोज काम करते है तथा 80 परसेंट लोग इस व्यस्था से सेटिस्फाई भी है । सौरभ नए कहा कि नैनीताल में प्लास्टिक प्रदूषण के 41 हॉट स्पॉट भी है । मनुजा ने कहा कि हम रिड्यूस , री यूज ,रीसाइकिल ,रिकवरी ,लैंडफिल के सिद्धांत पर काम करना होगा हमें जागरूकता बढ़ानी होगी तथा सभी को इस पर अपना सहयोग करना होगा ।उन्होंने कहा कि प्रतिबंध के बावजूद भी प्लास्टिक बैग्स समाज में उपलब्ध है । प्लास्टिक के रिप्लेसमेंट पर काम करना होगा आर्थिक दंड को फोर्स फुल करना होगा । नैनीताल में इससे अभियान के रूप में शुरू किया गया है तथा इंटर्नशिप प्रोग्राम भी चलाए जाएंगे । व्याख्यान में पूर्व निदेशक उच्च शिक्षा प्रॉफ सीडी सूता ,दिल्ली विश्वविधालय के प्रॉफ पल उनियाल , जी अल ए यूनिवर्सिटी मथुरा की डॉ रूबी सिंह , यूओयू के डॉ कृष्ण टम्टा ने भी विचार रखे । व्याख्यान में ,डॉक्टर श्रुति साह ,प्रॉफ वीणा पांडे ,प्रॉफ गीता तिवारी ,डॉ हरि प्रिया पाठक ,डॉ नीता आर्य ,डॉ पूजा जुयाल,, गौरव चौहान ,योगेश ,आरिफ , अमिता , डॉ निधि लोहनी ,डॉ अंजली कोरंगा , दीपा बिष्ट डॉ निधि वर्मा ,डॉ इकरम,डॉक्टर नंदन मेहरा ,डॉक्टर मैत्री नारायण सहित दलबीर सिंह ,राहुल शामिल रहे तकनीकी सहयोग डॉ नंदन सिंह मेहरा तथा पंकज पाठक ने दिया ।