नैनीताल ग्रुप मुख्यालय के ग्रुप कमांडर, कमोडोर बल राजेश सिंह द्वारा संपन्न हुआ

नैनीताल l ग्रुप मुख्यालय के ग्रुप कमांडर, कमोडोर बल राजेश सिंह द्वारा संपन्न हुआ। निरीक्षण के दौरान डीएसबी परिसर, नैनीताल के नेवल एनसीसी कैडेट्स ने कमोडोर सिंह को गार्ड ऑफ ऑनर प्रस्तुत किया। कैडेट्स ने अनुशासन और सटीकता के साथ उत्कृष्ट प्रदर्शन किया, कमोडोर बल राजेश सिंह ने गार्ड ऑफ ऑनर की सलामी ली और कैडेट्स की वर्दी, मार्चिंग एवं अनुशासन की सराहना की।
कमोडोर सिंह ने कैडेट्स की परेड की तैयारी और अनुशासनप्रियता की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के प्रदर्शन से एनसीसी कैडेट्स में देशभक्ति और नेतृत्व क्षमता का विकास होता है।
गार्ड ऑफ ऑनर के बाद कमोडोर बल राजेश सिंह ने नेवल यूनिट के विभिन्न दस्तावेजों, रिकॉर्ड्स, स्टोर डेटा, उपकरणों, हथियारों और यूनिट के क्रियाकलापों का गहन निरीक्षण किया। कमांडिंग ऑफिसर कैप्टन चंदर विजय नेगी ने उनका यूनिट में स्वागत किया और रिकॉर्ड प्रस्तुत किए। उन्होंने विशेष रूप से रिकॉर्ड प्रबंधन, डेटा संरचना और शस्त्रागार में हथियारों के रखरखाव पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने सभी उपकरणों की उचित देखभाल और उनके अद्यतन डेटा का भी निरीक्षण किया। उन्होंने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि सभी उपकरण और हथियार उपयोग के लिए उचित स्थिति में थे। निरीक्षण के दौरान कमांडिंग ऑफिसर कैप्टन चंदर विजय नेगी ने ग्रुप कमांडर को अवगत कराया कि यूनिट द्वारा ड्रोन प्रशिक्षण भी आयोजित किया गया है। अब तक 12 एसोसिएट एनसीसी ऑफिसर, पीआई स्टाफ और 100 कैडेट्स को ड्रोन संचालन का प्रशिक्षण दिया जा चुका है।इसके अलावा, उन्होंने यह भी जानकारी दी कि कुमाऊं विश्वविद्यालय में एक इनडोर फायरिंग रेंज स्थापित की गई है। इस फायरिंग रेंज में एयर राइफल और एयर पिस्टल प्रशिक्षण नियमित रूप से दिया जा रहा है। कमोडोर सिंह ने इस पहल की सराहना की और कहा कि आधुनिक प्रशिक्षण तकनीकों का उपयोग एनसीसी कैडेट्स के कौशल को और निखारने में मदद करेगा।
निरीक्षण के बाद कमोडोर सिंह ने यूनिट के नेवल और सिविल स्टाफ से बातचीत की। उन्होंने यूनिट के संचालन, प्रशासनिक गतिविधियों और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कैडेट्स से भी संवाद किया और उनकी प्रशिक्षण प्रक्रिया, दिनचर्या और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि नेवल एनसीसी का उद्देश्य न केवल सैन्य कौशल में दक्षता प्रदान करना है बल्कि व्यक्तित्व निर्माण, नेतृत्व क्षमता और सामाजिक उत्तरदायित्व को भी प्रोत्साहित करना है।
कमोडोर सिंह ने कैडेट्स को संबोधित करते हुए कहा कि कठिन परिश्रम, टीमवर्क और अनुशासन जीवन में सफलता के मूल मंत्र हैं। उन्होंने कहा कि नेवल एनसीसी के माध्यम से कैडेट्स न केवल शारीरिक और मानसिक रूप से सशक्त हो रहे हैं बल्कि अपने व्यक्तित्व का भी विकास कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यूनिट का सफल प्रबंधन और कैडेट्स की कड़ी मेहनत एनसीसी के मूल्यों को साकार करती है।
निरीक्षण के अंत में, कमोडोर बल राजेश सिंह ने यूनिट के कार्य और समर्पण पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि नैनीताल नेवल एनसीसी यूनिट का प्रदर्शन उच्च मानकों के अनुरूप है और कैडेट्स की प्रतिबद्धता सराहनीय है। उन्होंने यूनिट के अधिकारियों और प्रशिक्षकों से कहा कि वे इसी तरह से युवा कैडेट्स को प्रोत्साहित करते रहें और उनकी शारीरिक, मानसिक और नैतिक क्षमताओं का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित करें।
कमोडोर सिंह की प्रेरणादायक उपस्थिति ने यूनिट में उत्साह का संचार किया और कैडेट्स ने उनके मार्गदर्शन को आत्मसात करते हुए बेहतर प्रदर्शन का संकल्प लिया।
निरीक्षण के दौरान यूनिट के कमांडिंग ऑफिसर कैप्टन चंदर विजय नेगी, कार्यकारी अधिकारी लेफ्टिनेंट कमांडर अनिल मनहास, कुमाऊं विश्वविद्यालय के एनसीसी अधिकारी सब लेफ्टिनेंट डॉ. रीतेश साह, मुख्य प्रशिक्षक विक्रांत, रवि और अन्य प्रशिक्षक करमबीर, मुकेश आर्य, राजेश बेनीवाल और प्रशासनिक अधिकारी भगवत सिंह बिष्ट, आर.के. तिवारी, कमलेश जोशी आदि उपस्थित रहे।