नैनीताल शहर के चौराहों पर पहली बार हो रहा मेस्टिक डामरीकरण
नैनीताल। शहर में पहली बार चौराहों पर मेस्टिक डामरीकरण किया जा रहा है, जिसे लेकर स्थानीय निवासियों और प्रशासन दोनों में उत्साह है। सामान्य डामरीकरण की तुलना में मेस्टिक डामरीकरण की लागत तीन गुना अधिक आती है, लेकिन इसके परिणाम बहुत बेहतर होते हैं। यह विशेष प्रकार का डामरीकरण बिना किसी तोड़-फोड़ के दस से पंद्रह साल तक टिकाऊ रहता है, जो स्थानीय सड़कों के लिए एक बड़ी राहत है।यह तकनीक शहर में ट्रैफिक की बढ़ती समस्या और खराब मौसम की स्थिति में सड़कों को और अधिक मजबूत बनाती है। शहर के प्रमुख चौराहों पर चल रहे इस मेस्टिक डामरीकरण के बाद सड़कें न केवल साफ और सुदृढ़ दिख रहीं हैं, बल्कि दृश्य रूप से भी आकर्षक नजर आ रही हैं। इस नए बदलाव से न केवल यातायात व्यवस्था में सुधार होगा, बल्कि पर्यटकों के लिए भी शहर की सड़कों का सौंदर्य बढ़ेगा। अच्छे परिणाम देखने के बाद, लोक निर्माण विभाग शहर के अन्य हिस्सों में भी इस तकनीक का इस्तेमाल करेंगे।
नैनीताल शहरवासियों के लिए यह एक सुखद बदलाव है, जो लंबे समय तक सड़कों के रख-रखाव की चिंता से मुक्त हो जाएंगे। सहायक अभियंता जीएस जनौटी ने बताया कि शहर के चौराहों पर चौड़ीकरण के बाद मेस्टिक डामरीकरण का काम किया जा रहा है।अच्छे परिणाम आने पर शहर के अन्य हिस्सों में भी यह डामरीकरण करने की योजना बनाई जाएगी।