शोभाकारी मोमबत्ती बनाने का पाँच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम

ज्योलीकोट कृषि विज्ञान केन्द्र, ज्योलीकोट द्वारा आर्या परियोजना के अन्र्तगत ग्रामीण बेरोजगार महिलाओं के लिए सिलीकॉन मोल्ड द्वारा पैराफीन मोम एवं सोया मोम का प्रयोग करके शोभाकारी मोमबत्ती बनाने का प्रशिक्षण कार्यक्रम का उदघाटन केन्द्र प्रभारी अधिकारी डा. सी. तिवारी द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ किया गया । प्रभारी अधिकारी द्वारा प्रशिक्षणार्थी के औपचारिक स्वागत के साथ-साथ मोमबत्ती निर्माण कला का महत्व, बाजारीकरण की बारीकियों एवं आयोपार्जन में सहायक होने के विन्दुओं पर वैज्ञानिक जानकारी दी गई। डा. सुधा जुकारिया के मार्गदर्शन में केन्द्र के प्रशिक्षण द्वारा तैयार मास्टर ट्रैनर मंजू देवी, काजल आर्या, मधु देवी, गीता नेगी, पुजा कौटलिया एवं रक्षिता बोरा की टीम ने प्रशिक्षर्णीयों को सिलीकॉन मोल्ड द्वारा पैराफीन मोम एवं सोया मोम का प्रयोग करके शोभाकारी मोमबत्ती बनाने का प्रथम दिवसीय चरण का कार्य सम्पन्न किया। प्रशिक्षणों उपरान्त बिचार विमर्श के दौरान डा. बलवान सिंह द्वारा बर्षाऋतु मे दुधारू पशुओं एवं कुक्कुट पालन में बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में बताया गया। डा. वी. के. सिंह द्वारा मत्स्य पालन को आयोपार्जन हेतु अपनाऐं जाने के लिए महत्वपूर्ण बताया गया। डा. शशि तिवारी द्वारा ऑनलाईन बाजारीकरण के माध्यम से मोमबत्ती निर्माण द्वारा आयोपार्जन बढ़ाने के तरीके की जानकारी दी गई। प्रशिक्षण कार्यकम में ग्राम गेठिया, गेठिया पडाव एवं सरियाताल की 30 महिलाओं द्वारा प्रतिभाग किया गया। कार्यक्रम संचालन में डा. राकेश मेर, डा. महेन्द्र कुमार शर्मा, विमल शर्मा, कमला सत्यापाल, महिपाल चन्द्र लोहनी, मनोज कुमार, गोविन्दी देवी एवं सुमित कुमार का पूर्ण सहयोग रहा।

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