विमर्श संस्था द्वारा किशोर-किशोरियों के मानसिक स्वास्थ्य पर जिला स्तरीय संवाद का आयोजन

नैनीताल l विमर्श संस्था, नैनीताल द्वारा धर्मशाला तल्लीताल में किशोर-किशोरियों के मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता और सेवाओं की पहुंच को लेकर एक जिला स्तरीय संवाद का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत में संस्था की प्रतिनिधि कंचन भंडारी जी ने कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि “मानसिक स्वास्थ्य को सामान्य स्वास्थ्य का ही एक अभिन्न हिस्सा समझा जाना चाहिए, और इस विषय पर संवाद के लिए एक खुला व सुरक्षित वातावरण तैयार करना आवश्यक है।” इसके उपरांत गायत्री दरमवाल द्वारा संस्था द्वारा 15 गाँवों में किशोरों और स्टेकहोल्डरों के साथ किए गए मानसिक स्वास्थ्य सर्वेक्षण की रिपोर्ट साझा की गई। उन्होंने बताया कि इस पहल का उद्देश्य किशोरों को मानसिक स्वास्थ्य की जानकारी देना, खुले संचार को प्रोत्साहित करना, स्व-देखभाल को बढ़ावा देना, मानसिक संकट का सामना कर रहे किशोरों की सहायता करना, और समुदाय आधारित जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से विशेषज्ञों से समुदाय को जोड़ना है। कार्यक्रम में मनोचिकित्सक डॉ. गरिमा कांडपाल ने “मेंटल हाइजीन”, तनाव के लक्षण, विचारों और आदतों के मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव पर विस्तृत जानकारी दी। साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं पर भी प्रकाश डाला। DPM मदन मेहरा द्वारा बताया गया कि सकारात्मक विचार मानसिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक हैं, और उन्होंने RKSK कार्यक्रम की जानकारी भी साझा की। हरेंद्र कठायत द्वारा मानसिक स्वास्थ्य अधिनियम तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत चल रही योजनाओं की जानकारी दी गई। मुकुल ने रामगढ़ ब्लॉक की मानसिक स्वास्थ्य सर्वेक्षण रिपोर्ट प्रस्तुत की।कार्यक्रम का सफल संचालन भावना कुंवर द्वारा किया गया। कार्यक्रम में प्रियंका, चित्रा, विशाल, नैतिक, मयंक, अंजली और चांदनी ने समूह से जुड़ने के बाद आए व्यक्तिगत बदलावों को साझा किया, जिसने उपस्थित सभी प्रतिभागियों को प्रेरित किया।कार्यक्रम में बेतालघाट, कोटाबाग और रामगढ़ ब्लॉकों से आए लगभग 70 किशोर-किशोरियों ने सक्रिय सहभागिता की। कार्यक्रम की सफलता में हरीश, लक्ष्मी, राधा, किशन और हंसी का विशेष सहयोग रहा।



