धर्म रक्षा एवं जनकल्याण महायज्ञ हर्षोल्लास से सम्पन्न यज्ञ और योग समाज को जोड़ते हैं-राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य
साहिबाबाद l वृंदावन ग्रीन सोसायटी एवं आर्य समाज वृंदावन गार्डन साहिबाबाद के संयुक्त तत्वावधान में 11 कुण्डीय धर्म रक्षा एवम् जन कल्याण महायज्ञ स्वामी यज्ञ देव (यज्ञ विभाग प्रमुख पतंजलि योगपीठ हरिद्वार) के सानिध्य में एवं पंडित कुलदीप विद्यार्थी के ब्रह्मत्व में हर्षोल्लास से वृन्दावन ग्रीन सोसाईटी राजेन्द्र नगर, साहिबाबाद में संपन्न हुआ। भारत के प्रसिद्ध भजनोपदेशक व शुद्धि यज्ञ के प्रणेता कुलदीप विद्यार्थी (बिजनौर) एवम्
ब्रह्मचारिणी स्वर कोकिला छवि आर्या,महाशय जगमाल, विजेन्द्र आर्य के भजनों को सुनकर श्रोता झूम उठे।मुख्य अतिथि केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने कहा कि यज्ञ और योग समाज को जोड़ने का काम करते हैं क्योंकि दोनों ही सभी को समान रूप से लाभ देते हैं।यज्ञ जहां वायु मंडल शुद्ध करता है साथ ऊपर उठती अग्नि जीवन में ऊपर उठने की प्रेरणा देती हैI योग संगति करण जोड़ने का कार्य करता है।आज समाज को जोड़ने की अत्यन्त आवश्यकता है।उन्होंने कहा कि ओ३म् की पावन पताका के नीचे पूरे हिन्दू समाज को संगठित करना आवश्यक है तभी हम राष्ट्र रक्षा कर पायेंगे। स्वामी विप्रदेव, देव मुनि, राकेश आर्य,महेन्द्र सिंह आर्य,काव्यत्री उपासना,आचार्य महेन्द्र भाई आदि ने अपने विचार व्यक्त किए। पतंजलि योग पीठ के एनसीआर प्रमुख एसपी सिंह ने कहा कि हम यज्ञ,योग और आयुर्वेद से इलाज करते हैं।जीवन सुधारते हैं।व्यक्ति का आध्यात्मिक निर्माण आवश्यक है।योग से आत्मा और परमात्मा का मिलन संभव है। संयोजक ज्ञानेन्द्र सिंह (पूर्व मंत्री आर्य प्रतिनिधि सभा उत्तर प्रदेश) ने सभी आगंतुकों का धन्यवाद व्यक्त किया। जिला मंत्री सुरेश आर्य ने सत्यार्थ प्रकाश,संस्कार विधि एवं व्यवहार भानु आदि पुस्तकों का नि:शुल्क वितरण किया। निगम पार्षद प्रबोध राघव, विजेन्द्र बढाना,रविन्द्र भाटी,राम विलास बंसल एवं मंडल अध्यक्ष वीरेन्द्र कुमार ने पधार कर समारोह की शोभा को बढ़ाया। इस अवसर पर मुख्य रूप से सर्वश्री ओम पाल शास्त्री, प्रमोद चौधरी, सत्यपाल आर्य,दिनेश शर्मा, सुमन मिश्रा,कविता राठी,पंकज सक्सेना, सोभित मिश्रा, रोहित रिक्कु अशोक शर्मा, अमित मिश्रा, विनोद जाडू, सुरेश आर्य,यज्ञवीर चौहान, त्रिलोक शास्त्री,डा प्रमोद सक्सैना, चौधरी मंगल सिंह एवं प्रवीण आर्य आदि मौजूद रहे। मंच का कुशल संचालन निरंजन आर्य टीला ने किया।