आर्ट एण्ड क्राफ्ट, शिल्प कला कार्यशाला में प्रशिक्षक के रूप में पुनः चयन हुआ बृजमोहन जोशी का।
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नैनीताल l कार्यालय जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान( डायट) भीमताल नैनीताल द्वारा दिनांक १५-०२- से १८ -०२ -२०२५ तक आयोजित कार्यशाला में बृजमोहन जोशी द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा। श्री जोशी पिछले पैंतालिस वर्षों से देश के विभिन्न भागों में आयोजित होने वाले सांस्कृतिक महोत्सवों में विभिन्न सांस्कृतिक संस्थाओं जैसे – हिमानी आर्ट्स, आयाम मंच, उत्तरांचल कला केन्द्र, तथा उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र प्रयागराज से तथा पिछले तीस वर्षों से पारम्परिक लोक संस्था परम्परा नैनीताल के माध्यम से व व्यक्तिगत रूप से भी कुमाऊंनी लोक-संस्कृति के विविध आयामों की जानकारी, प्रशिक्षण / (कार्यशालाओं) युवाओं व विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थियों को लोकचित्रों-छायाचित्रों कि प्रदर्शनी ,वृत्तचित्रों, स्लाइड शो, परम्परा नामक वार्षिक विशेषांक, लोक नाट्य(रंग मंच) की विधाओं , कुमाऊंनी लोक गीतों, लोक नृत्यों, मांगलिक संस्कार गीतों,कुमाऊंनी होली, गोष्ठी,वाद विवाद व सम्भाषण प्रतियोगिताओं तथा कुमाऊंनी लोक चित्र कला ऐपण विधा का प्रशिक्षण युवाओं को देता आ रहा हूं ।पहली बार मुझे शिक्षकों को लोक संस्कृति के विविध आयामों की जानकारी देने का शुभ अवसर प्राप्त हुआ जो मेरे लिए गौरव का विषय है। अभी पिछली ०७ फरवरी से ११ फरवरी २५ तक भी मेरे द्वारा पांच दिवसीय कार्यशाला डायट भीमताल में शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। मैं इसके लिए विशेष रूप से कार्यालय जिला प्रशिक्षण संस्थान नैनीताल के समस्त अधिकारीयों समन्वयक डा. ज्योतिर्मय मिश्र व श्री मनोज चौधरी का विशेष आभार व्यक्त करता हूं।
उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयासों से हम पुनः अपने विद्यार्थियों में लोक संस्कृति के विराट पक्षों कि जानकारी सांझा करने में अवश्य सफल होंगे।
मेरा यह भी आग्रह कि यदि इस अंचल के सभी विद्यालयों के प्रधानाचार्य भी व्यक्तित्व रूप से इसमें अपनी भागीदारी करें और उत्तराखंड सरकार प्रायमरी पाठ्यक्रम के रूप में इसे अनिवार्य रूप से लागू कर दे तो हम कुमाऊंनी लोक संस्कृति के लुप्तप्राय होते जा रहे विराट पक्षों को पुनः बचा सकते हैं।