बीडी पांडे अस्पताल को लगभग 13 लाख की तीन मशीनें मिली, ऑपरेशन के बाद लेंस में झिल्ली आने पर भी मिल पाएगा उपचार

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नैनीताल। नगर में स्थित बीडी पांडे अस्पताल को पौड़ी की एक संस्था ने लगभग 13 लाख रुपये की याग लेजर और नॉन कांटेक्ट टोनोमीटर की दो मशीनें व हाइड्रोलिक ओटी टेबल भेंट की है। इन मशीनों की मदद से मोतियाबिंद ऑपरेशन के बाद लेंस में झिल्ली आने पर मरीज को हायर सेंटर नहीं भागना पड़ेगा। ऐसे मरीजों को बीडी पांडे अस्पताल में भी उपचार मिल पाएगा।
बता दें कि नैनीताल के बीडी पांडे अस्पताल में लगातार सुविधाएं बढ़ने से मरीजों को लाभ मिल रहा है। नई मशीन लगने से मरीजों को अब अन्य अस्पतालों के चक्कर नहीं काटने पड़ते हैं। नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. दीपिका लोहनी ने बताया कि स्टॉप टेयर के निदेशक प्रमोद बमराड़ा की ओर से अस्पताल को एक हाइड्रोलिक ओटी टेबल, एक याग लेजर और एक नॉन कांटेक्ट टोनोमीटर उपलब्ध कराया है। तीनों ही उपकरणों को अस्पताल में स्थापित करवा दिया गया है। याग लेजर कैप्सुलोटॉमी एक गैर-इनवेसिव लेजर प्रक्रिया है जो मोतियाबिंद लेंस प्रतिस्थापन सर्जरी के बाद रोगी की दृष्टि में कभी-कभी आने वाली बाधा को दूर करती है। वहीं नॉन-कॉन्टैक्ट टोनोमीटर एक ऐसा उपकरण है, जिसका इस्तेमाल आंख के सीधे संपर्क के बिना आंख के अंदर दबाव को मापने के लिए किया जाता है। वहीं हाईड्रोलिक टेबल मिल जाने के बाद ऑपरेशन करने में आसानी हो रही है। तीनों ही उपकरण की अनुमानित लागत करीब 13 लाख है। सभी उपकरणाें को अस्पताल में स्थापित कर मरीजों को लाभ दिया जा रहा है। इससे पूर्व भी संस्था की ओर से अस्पताल को फेको मशीन उपलब्ध कराई गई थी।

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