रविवार को आशा फाउंडेशन द्वारा नगर में स्तन कैंसर को लेकर जागरूकता रैली निकाली गई

नैनीताल। सरोवर नगरी नैनीताल में आशा फाउंडेशन की ओर से पिंक रैली का आयोजन कर स्तन कैंसर को लेकर जागरूकता का संदेश दिया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तराखंड हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति विपिन सांघी रहें। इस मौके पर उन्होंने हरी झंडी दिखाकर रैली को रवाना किया। उन्होंने संस्था की इस मुहिम की सराहना करते हुए अपने अनुभव साझा किये। कहा कि जागरूक रहकर समय रहते उपचार कर लेने से वह कैंसर से जंग जीत पाए। उनकी बेटी भी ऐसी ही मुहिम से जुड़ी हुई है। उन्होंने जागरूकता को कैंसर से बचाव का सबसे बड़ा हथियार बताया उन्होंने कहा की इस कैंसर की । रैली में शहर के विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं के साथ ही भारी संख्या में लोग शामिल हुए। बता दे कि स्तन कैंसर समेत तमाम महिला मुद्दों और समस्याओं के निस्तारण को लेकर शहर की आशा फाउंडेशन कार्य कर रही है। रविवार को फाउंडेशन की ओर से लोगों को स्तन कैंसर को लेकर जागरूक करने के लिए पिंक रैली का आयोजन किया गया। सुबह सात बजे संस्था सदस्यों समेत विभिन्न विद्यालयों के बच्चे मल्लीताल डीएसए मैदान स्थित कार्यक्रम स्थल में एकत्रित हुए। जहां हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति विपिन सांघी ने हरी झंडी दिखाकर रैली को रवाना किया। डीएसए मैदान से पंत पार्क अपर मालरोड होते हुए रैली अलका होटल पहुंची। जहां से लोअर माल रोड होते हुए डीएसए मैदान में रैली का समापन किया गया। गुलाबी टी-शर्ट पहने बच्चे और परिधान धारण की महिलाओं ने हाथों में बैनर पोस्टर लिए लोगों को स्तन कैंसर को लेकर जागरूक किया। रैली के समापन के बाद गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस दौरान न्यायमूर्ति विपिन सांघी ने संस्था के इस प्रयासों की सराहना करते हुए अपने अनुभव साझा किये। उन्होंने कहा कि उन्हें भी कैंसर हुआ था, मगर जागरूक रहने और समय से उपचार कर लेने के कारण वह कैंसर से जंग जीत पाए। उनकी बेटी भी इसी तरह की जागरूकता मुहिमों से जुड़ी हुई है। जागरूक रहकर समय रहते यदि उपचार कर लिया जाए तो कैंसर से आसानी से जंग जीती जा सकती है। इस बीच विशेषज्ञों और चिकित्सकों ने लोगों को स्तन कैंसर के लक्षणों और उसके उपचार के बारे में जानकारी दी। चिकित्सकों ने कहा कि युवा अवस्था में स्तन कैंसर के लक्षण दिखते हैं, मगर संकोच के चलते युवा अपने स्वजनों और चिकित्सकों के पास जाने से कतराते हैं। जिससे समस्या बढ़ सकती है। उन्होंने कहा कि सीने में दर्द, गांठ अथवा अन्य लक्षण दिखने पर तत्काल चिकित्सकों से सलाह ली जाए। समय रहते जागरूक रहकर यदि कैंसर का पता लग जाए तो आसानी से उपचार किया जा सकता है। इस बीच लकी ड्रा के माध्यम से रैली में प्रतिभाग करने वाले बच्चों को स्मृति चिन्ह देकर पुरस्कृत भी किया गया। इस मौके पर आशा शर्मा ने सभी का अभार व्यक्त करते हुए कहा की मै भी इस कैंसरबीमारी से जूझ चुकी हूँ समय से उपचार कराने के बाद मै आज सबके बीच मै हूँ उसी के बाद से मैंने तय कर लिया था की मुझे अन्य लोगों को भी कैंसर जैसी बीमारी से जागरूक करना है, लोगों को जागरूक करने के लिए अभीतक शहर के 24 गांवों में कैंसर जागरूकता शिविर लगाए गए। कार्यक्रम में उत्तराखंड हाई कोर्ट मुख्य न्यायधीश विपिन सांघी की पत्नी गुंजन सांघी, सीएमओ डॉ. भागीरथी जोशी, डॉ अजय रावत संस्था अध्यक्ष आशा शर्मा, अनिल शर्मा, मारुति नंदन साह, ईशा साह, डॉ एमएस दुग्ताल, डॉ स्मिता, नीलू एल्हेन्स, अजय एल्हेन्स, संभव शर्मा,लीला बिष्ट,भुवन शर्मा, मुन्नी तिवारी, विशन मेहता, दीपक कुमार, आलोक जोशी,डॉ सरस्वती खेतवाल, पृथ्वीराज सिंह किरौला, खुशबू, भुवन त्रिपाठी, अनुपमा साह, ए ऐमैनुएल , शशि पांडे,अलोक साह, गीता साह , त्रिभुवन फर्तियाल, नवीन धुसिया, तुसी साह, गौरव सनवाल समेत700 से अधिक स्कूली बच्चे शामिल रहे।

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