अनीमिया मुक्त भारत ‘’पल्स एनीमिया महा अभियान’’ ‘’आयरन से शक्ति , अनीमिया से मुक्ति’’, का शुभारम्भ महिला चिकित्सालय हल्द्वानी पर गजराज बिष्ट महापौर काठगोदाम हल्द्वानी नगर निगम द्वारा विधिवत कर किया गया ।
हल्द्वानी l अनीमिया मुक्त भारत ‘’पल्स एनीमिया महा अभियान’’ ‘’आयरन से शक्ति , अनीमिया से मुक्ति’’, का शुभारम्भ सोमवार को महिला चिकित्सालय हल्द्वानी पर गजराज बिष्ट , महापौर काठगोदाम हल्द्वानी नगर निगम द्वारा विधिवत कर किया गया । कार्यक्रम मे सांसद प्रतिनिधि कमलेश जोशी द्वारा प्रतिभाग किया गया। गजराज बिष्ट द्वारा अभियान को सफल बनाने हेतु सभी आशा, ए0एन0एम0, सी0एच0ओ0 अपील की गई कि अपने अपने क्षेत्र की सभी गर्भवती महिलाओं की आवश्यक रूप से खून की जांच अवश्य करे जो इस अभियान का मूल है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एच सी पन्त द्वारा बताया गया की प्रत्येक गर्भवती महिला व् उनके संबंधितों को अनीमिया: लक्षण, पहचान, प्रकार, अनीमिया होने का कारण और इसके दुष्प्रभाव के विषय मे अवश्य अवगत कराया जाये. सामान्य अर्थो में खून की कमी को अनीमिया कहते है। यह अवस्था भोजन में लौह तत्व की कमी अथवा अपर्याप्त अवशोषण से हिमोग्लोबिन के स्तर में कमी आने पर उत्पन्न होती है। हिमोग्लोबिन स्तर वाली गर्भवती महिला सामान्य की श्रेणी मे, 10 ग्राम से 10.9 ग्राम हिमोग्लोबिन स्तर वाली गर्भवती महिला हल्के अनीमिया की श्रेणी मे, 07 ग्राम से 9.9 ग्राम हिमोग्लोबिन स्तर वाली गर्भवती महिला माध्यम अनीमिया की श्रेणी मे, 07 ग्राम से कम हिमोग्लोबिन स्तर वाली गर्भवती महिला गंभीर अनीमिया की श्रेणी मे आती है.
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एन0सी0 तिवारी द्वारा बताया गया की अनीमिया के संकेतों मे लालिमा की कमी व फीकापन (नीचे की पलकों में अंदर की ओर), जीभ मुंह में घाव, हाथों का पीलापन, मुंह के कोने फटना, नाजुक व चम्मच के आकार के नाखून है. अनीमिया के सामान्य लक्षणों मे चक्कर आना, घबराहट, थकान, उर्जा में कमी, विशेष रूप से व्यायाम के दौरान असामान्य रूप से दिल की धडकन तेज होना व लगातार सिरदर्द होना, सांस लेने में परेशानी, सुस्ती, खेलने और पढ़ाई में रूचि की कमी ,ध्यान केन्द्रित करने में परेशानी, पैरों में ऐठन ,संक्रमण से प्रतिरोधक क्षमता में कमी आदि पाए जाते है.
जिला कार्यक्रम प्रबंधक एन एच एम, मदन मेहरा ने अवगत कराया की दिनांक 3 फरवरी 2025 एनीमिया मेगा अभियान के दिन समस्त आयुष्मान आरोग्य मंदिरों मे समस्त गर्भवती महिलाओ की हिमोग्लोबिन जाँच की जाएगी, इस दिवस मे जो गर्भवती महिलाये जांच से छूट जाएगी 4 फ़रवरी 2025 से 10 फरवरी 2025 तक सघन अभियान चलाकर उनकी जांच की जाएगी. ये भी कहा गया की सघन प्रचार प्रसार कार्यक्रम आयोजित कर प्रत्येक गर्भवती महिला को जाँच हेतु प्रेरित किया जायेगा । कार्यक्रम मे 100 दिवसीय टी0बी0 अभियान के बारे मे भी जानकारी दी गई व अपील की गई अधिक से अधिक 60 वर्ष की उम्र से अधिक व शुगर से ग्रसित पूर्व मैं टी0बी0 रोग से उपचारित वयक्ति आवश्यक रूप से अपनी स्क्रीनिंग अवश्य कराये ।
कार्यक्रम मे मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एच सी पन्त, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ स्वेता भंडारी, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ उषा जंगपागी, डॉ मोनिका खार्कवाल, जिला कार्यक्रम प्रबंधक मदन मेहरा, पंकज तिवारी, हेम जलाल, मनोज बाबू,, दिवान बिष्ट, हरेन्द्र कठायत, प्रमोद भट्ट, सरयू नंदन जोशी, , सतीश सती, बसंती, राघवेंद्र रावत, दीपक कांडपाल, ललित डोडियाल, बसन्त गिरी, आदि उपस्थित रहे। संचालन जिला कार्यक्रम प्रबंधक एन एच एम, मदन मेहरा द्वारा किया गया l
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