महिला अध्ययन केंद्र कुमाऊँ विश्वविद्यालय द्वारा शुक्रवार को कुमाऊं विश्विद्यालय में “मेरा कौशल मेरा हुनर आत्मनिर्भरता की तरफ बढ़ते कदम” पर एक भव्य प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।
नैनीताल। महिला अध्ययन केंद्र कुमाऊँ विश्वविद्यालय द्वारा शुक्रवार को कुमाऊं विश्विद्यालय में “मेरा कौशल मेरा हुनर आत्मनिर्भरता की तरफ बढ़ते कदम” पर एक भव्य प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। जिसके तहत विभिन्न विद्यालयों विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों और महिला स्वयंसेवी संस्थाओं और समाज की विभिन्न क्षेत्रों के लोगों ने हाथ से बनाई गई हस्तलिखित वस्तुओं को प्रदर्शित किया। प्रदर्शनी के अंतर्गत उनके बने हुए वस्त्र अल्पना पेंटिंग वेस्ट मटेरियल से बनाई हुई विभिन्न वस्तुएं और उत्तराखंड की लोक संस्कृति को प्रदर्शित करने वाली सुंदर पेंटिंग फाइन आर्टस के विद्यार्थियों के द्वारा अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। प्रदर्शनी में 6 से 12 तक की बालिका विद्या मंदिर, भारतीय शहीद सैनिक विद्यालय, राष्ट्रीय शहीद सैनिक स्मारक विद्यापीठ, सरस्वती विद्या मंदिर, ऐसडेल आदि विद्यालयों ने भाग लिया। इस दौरान बुराशें महिला सहायता समूह, नैनी महिला एवं बाल विकास समूह, हिमालय आर्ट्स के द्वारा भी प्रतिभाग किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन विधायक सरिता आर्या प्रोफेसर नीता बोरा शर्मा, अधिष्ठाता कला संकाय पदम सिंह बिष्ट द्वारा किया गया। इस दौरान विधायक सरिता आर्या ने महिला अध्ययन केंद्र के कार्यों की सराहना की। उन्होंने महिला अध्ययन केंद्र को उनके साज सज्जा फर्नीचर और पुस्तकों के लिए ढाई लाख रुपए की घोषणा की। इस अवसर पर प्रोफेसर लता पांडे, प्रोफेसर रीना सिंह ने निर्णायक की भूमिका का निर्वहन किया। कार्यक्रम की इस प्रथम सत्र में मुन्नी तिवारी और ऑल इंडिया वुमेन कॉन्फ्रेंस की सभी पदाधिकारी लक्ष्मी थापा प्रोफेसर निर्मला, प्रोफेसर सावित्री जंतवालआदि उपस्थित रहे। वही कार्यक्रम के दूसरे सत्र का शुभारम्भ कुलपति कुमाऊं विश्वविद्यालय के कार्यक्रमों से किया गया। प्रोफेसर दीवान एस रावत का महिला अध्ययन केंद्र में प्रोफेसर नीता बोरा शर्मा, चंद्रकला रावत डॉ. भूमिका डॉ.मोहित के द्वारा स्वागत किया गया। प्रो. दीवान सिंह रावत द्वारा इंटर स्कूल के बच्चों को भी कार्यक्रम में जोड़ने की पहल का स्वागत किया गया और साथ ही सभी प्रतिभागियों के द्वारा बनाए गए सृजनात्मक हस्तलिखित वस्तुओं की प्रशंसा की और विश्वास दिलाया कि बहुत शीघ्र इनके लिए एक बाजार की उपलब्धता का भी प्रयास किया जाएगा। जिससे इनको आत्मनिर्भर बनाया जा सके। उसके बाद सभी प्रतिभागियों को पारितोषित किया गया। जिसमें ओपन टू ऑल में प्रथम स्थान बुंराश ग्रुप, द्वितीय स्थान नैनी महिला एवं बाल विकास, तृतीय स्थान हिमालयन आर्टस को दिया गया। विश्वविद्यालय स्तर में प्रथम मोहन लाल साह बाल विद्या मन्दिर, द्वितीय स्थान भारतीय शहीद सैनिक विद्यालय, तृतीय स्थान मोहन लाल साह बालिका विद्या मन्दिर एवं राष्ट्रीय शहीद सैनिक स्मारक विद्यापीठ नैनीताल, और सरस्वती विद्या मन्दिर को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। साथ ही विश्वविद्यालय के छात्राओं ने पहाड़ी व्यंजनों का स्टॉल लगाया। इस दौरान प्रो. हरीश बिष्ट प्रो. ललित तिवारी, प्रो नन्दन सिंह बिष्ट, प्रो शुचि बिष्ट, प्रोफेसर संजय घिल्डियाल, प्रोफेसर सरोज मौर्य, डॉ आशीष मेहता, प्रोफेसर देवेंद्र सिंह बिष्ट, डॉक्टर अमित जोशी, डॉ सारिका, डॉ मनोज बिष्ट, राजेंद्र सिंह बोरा, राकेश कुमार, राजीव बिष्ट, नवीन, अविनाश जाटव, सत्येन्द्र तिवारी चंद्रलोक, कविता बिष्ट, समृद्धि बिष्ट, विशन सिंह मेहता डॉक्टर रेनू बिष्ट, नीलम एनएसएस प्रभारी मीनाक्षी बिष्ट, मुक्ता, ममता, डॉ मोहित सनवाल, प्रो गिरीश रंजन तिवारी, डॉ शशि पांडे, प्रो० निर्मला कैला बोरा, प्रो० सावित्री केड़ा जन्तवाल, छात्रसंघ के समस्त पदाधिकारी, उत्कर्ष बिष्ट, और सचिव हिमांशु मेहरा, उपाध्यक्ष प्रखर श्रीवास्तव, मोहित पंत, विशाल बिष्ट, दिव्या भारती, हिमानी आदि मौजूद रहें।