रामगढ़ के टैगोर टॉप में रविन्द्रनाथ ठाकुर की जयंती पर हुआ भव्य आयोजन

रामगढ़ l शांतिनिकेतन ट्रस्ट फॉर हिमालया के तत्वावधान में गुरुदेव रविन्द्रनाथ टैगोर की जयंती रविन्द्र जन्मोत्सव के रूप में उनके कर्मस्थल ‘टैगोर टॉप’, रामगढ़ में श्रद्धा एवं भक्ति के साथ मनाई गई। कार्यक्रम का शुभारंभ कुमाऊं के सुप्रसिद्ध व्यास श्री कृष्णानंद शास्त्री के मार्गदर्शन में हुआ। मुख्य यजमान के रूप में श्री देवेंद्र ढैला, श्री हेमंत डालाकोटी, श्री के.के. पांडेय, श्री देवेंद्र बिष्ट एवं श्री विनोद जोशी ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूजा एवं हवन संपन्न किया। इस अवसर पर “गुरुदेव रविन्द्रनाथ ठाकुर एवं भारतीय संस्कृति” विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता शांतिनिकेतन ट्रस्ट फॉर हिमालया के अध्यक्ष श्री देवेंद्र ढैला ने की। कार्यक्रम का संचालन करते हुए ट्रस्टी श्री के.के. पांडेय ने गुरुदेव के जीवन, उनके प्रकृति-प्रेम, शिक्षा-दर्शन एवं रचनात्मक योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि “रामगढ़ की यह पुण्यभूमि गुरुदेव के चिंतन और साधना की साक्षी रही है, जिसे संरक्षित रखना हम सबका दायित्व है।” कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए श्री देवेंद्र ढैला ने कहा कि “गुरुदेव ठाकुर केवल एक साहित्यकार नहीं, बल्कि भारत की आत्मा के द्रष्टा थे। उनकी दृष्टि में शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञान नहीं, बल्कि आत्मा का विकास भी था।”संगोष्ठी को डॉ. विनोद जोशी, डॉ. गौतम रावत, श्री हेमंत डालाकोटी एवं देवेंद्र बिष्ट ने भी संबोधित किया। वक्ताओं ने गुरुदेव के जीवन, काव्य, शिक्षा-दर्शन और प्रकृति प्रेम पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर भुवन लाल साह, अभय पांडेय, विनय कार्की, हरीश कोरंगा, गोविंद मेर, विपिन दारमवाल, जितेंद्र मेहरा सहित अनेक गणमान्य जन उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में गुरुदेव की रचनाओं की प्रस्तुति और सामूहिक भजन गायन द्वारा उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई।



