142 वाँ महर्षि दयानन्द बलिदान दिवस सम्पन्न, महर्षि दयानन्द समग्र क्रांति के अग्रदूत थे- राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य

दिल्ली l केन्द्रीय आर्य युवक परिषद् के तत्वावधान में आर्य समाज पंजाबी बाग विस्तार नई दिल्ली में आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानन्द सरस्वती का 142वाँ बलिदान दिवस समारोह के रूप में आयोजित किया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ दर्शनाचार्या विमलेश बंसल ने यज्ञ करवा कर किया। केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने कहा कि महर्षि दयानन्द समग्र क्रांति के अग्रदूत थे उन्होंने समाज के हर क्षेत्र में अपनी छाप छोड़ी।स्वामी जी स्वदेशी के समर्थक थे उन्होंने कहा कि कोई कितना ही करे परंतु स्वदेशी राज्य सर्वोत्तम है,उन्होंने पाखंड अन्धविश्वास पर सीधा प्रहार और लोगों के सोचने समझने की दिशा बदल डाली।उल्लेखनीय है कि स्वामी दयानन्द जी का अजमेर में 30 अक्टूबर 1883 बलिदान हुआ था। निगम पार्षद सुमन त्यागी ने कहा कि महर्षि दयानन्द जी के आदर्श आज भी प्रासांगिक हैं उनको जीवन में आत्मसात करने की आवश्यकता है। समारोह अध्यक्ष सत्यानंद आर्य
ने कहा कि धर्मान्तरण से राष्ट्रान्तरण हो जाता है व्यक्ति की सोच व निष्ठा बदल जाती हैं।आर्य युवक परिषद् युवा पीढ़ी में संस्कार व देश भक्ति की भावना भरने का काम करता है जो सराहनीय है।आचार्य महेन्द्र भाई ने कहा कि यदि वैदिक विचारधारा हमारे जीवन में आ जाये तो हम एक आदर्श जीवन जी सकते हैं। स्वामी दयानंद की शिक्षा आने वाली पीढियां के लिए मार्गदर्शक का कार्य करेगी। इस अवसर पर प्रवीन आर्य पिंकी नरेंद्र आर्य सुमन, देव आर्य गौरव आर्य प्रवीण आर्य गाजियाबाद, किरण सहगल आदि के गीतों ने धूम मचा दी। प्रमुख रूप से आर्य नेता एस के छतवाल,पी एस दहिया, दुर्गेश आर्य, सुरेश आर्य, वेद प्रकाश आर्य, अरुण आर्य, ओम सपरा, अजय चौधरी, राधा भारद्वाज, अतुल सहगल, अमरनाथ बत्रा, अमर सिंह आर्य, सोहन लाल आर्य,डा प्रमोद सक्सेना, सुभाष शर्मा, डालेश त्यागी आदि उपस्थित थे। 15 कर्मठ महिलाओं को आर्य रत्न से सम्मानित किया गया।
भवदीय,
प्रवीण आर्य,
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